ओमिक्रॉन कारोना का नया वेरिएंट (Omicron variant) है जिसके चलते दूनिया भर में देहशत का माहौल
बना हुआ है। अभी तक कि जानकारी से यह बताया जा रहा है। कि यह वेरिएंट अभी तक के सभी
वेरिएंट के चलते सबसे घातक है।भारत में इसकी तैयारीया शुरू कर दी गई है। कोरोना के इसे नऐ वेरिएंट
को WHO ने ओमिक्रॉन वेरिएंट को वेरिएंटओफ कंसन्ट कहा है। क्योकि इसके फेलने की क्षमता अभी तक के
सभी वेरिएंट से सबसे अधिक घातक है। इसे B .1.1.529 नाम दिया गया है।
कहा से आया ओमिक्रॉन वेरिएंट – Where did the Omicron Variant Come from in Hindi
कोरोना का यह नया वेरिएंट दक्षिणी अफ्रिका से निकलकर कहीं देशों में फेल चूका है। दक्षिणी अफ्रीका में यह कहीं
हफ्तो से फेल रहा था । जिसकी बढती रफ्तार को देखते हुए अब WHO ने भी बहुत ही घातक माना है।
यह दक्षिण अफ्रीका के बोत्सवाना से हॉन्ग कॉन्ग, इजरायल , वेल्जियम , भारत में पहुचने की बात सामने आई है।
जिसके चलते हि देशो ने हवाई सेवाओ पर रोक लगा दी गई और भारत भी हवाई सेवाओ पर रोक
लगाने कि तैयारी में है।
क्या डेल्टा वेरिएंट से भी घातक है ओमिक्रॉन – Is Omicron Deadlier than the Delta Variant in Hindi
कोरोना की दूसरी लहर के बाद नये मामले काबू में नजर आ ही रहे थे कि अचानाक दक्षिणी अफ्रीका में
कुछ हेरान करने वाले नये मामले सामने आये है। जिन्हैं देख कर दूनिया भर में खतरे की घण्टी बजा
दी है। जी हा दक्षिणी अफ्रीका में कोरोना के नये वेरिएंट B.1.1.529 मिला है। जो की काफी डेडली
बताया जा रहा है। डब्लु एच ओ ने भी इसे वेरिएंट ऑफ कंसन्ट के रूप में लिस्ट किया है। वैज्ञानिको
का कहना है ओमिक्रॉन में अभी तक 32 म्यूटेशन देखे गये जो अन्य वेरिएंट से अलग है। जो इम्यूनिटी
को आसानी से चकमा दे सकते है।ब्रिटेन के वेज्ञानिको का कहना है कि नये वेरिएंट में मौजूद स्पाइक
प्रोटिन कोविड़-19 के स्पाइक प्रोटिन से बिल्कूल अलग है। यह वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से 6 गुना ज्यादा
ताकतवर बताया जा रहा है। डेल्टा वेरिएंट से 500 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक यह वेरिएंट 35 लोगा तक
वायरस को फेला सकता है। डेल्टा वेरिएंट की त्रासदीसे आप अंदाजा लगा सकते है। नया ओमिक्रॉन वेरिएंट
कितना घातक हो सकता है।
क्या बूस्टर डोज भी बेअसर है ओमिक्रॉन वेरिएंट पर – Is the Booster dose also Ineffective on the Omicron Variant in Hindi
कोरोना वायरस के नये वेरिएंट ने दूनिया भर में देहशत बना दी है। जिसके चलते बूस्टर डोज को लेकर फिर
से चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में कही देश बूस्टर डोज को लेकर विचार कर रहै। सीरम इंस्टिटयूट ऑफ
इंडियाने ड्रग्स कन्ट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मजूरी मागी है। कम्पनी ने कहा है देश में वैक्सिन कि
प्रयाप्त डौज मौजूद है। यह देश कि पहली ऐसी कम्पनी है जो बूस्टर डौज की मजुरी मांग रही है। कोरोना
वायरस की दो डौज के बाद जो तीसरी डौज लगती है उसे बूस्टर डौज कहते है। बूस्टर डौज कोरोना के
नये वेरिएंट में कितनी कारगर है इस पर अभी शौध चल रहा है। इसका पता दो सप्ताह में चल जाऐगा ।
ओमिक्रॉन अब तक कितने देशो में फेल चूका है। – In How many Countries has it Failed so Far in Hindi
2 दिसंबर 2021 तक 29 देशो में ओमिक्रॉन वैरिएंट फेल चूका है। कहीं देशो ने यूरोप के कहीं देशो ने
दक्षिणअफ्रीका पर ट्रैवल बैन कर दिया है। भारत में अभी तक बेन नही लगाया गया है। सख्ती से जांच
कि जा रही है इसको लेकर डब्लू एच ओ ने भी कहा है की यह वायरस ऑफ कंसन्ट है। जो ऐसा वायरस
है जो डेल्टा व डेल्टाप्लस से कहीं ज्यादा खतरनाक है। ऐसा कहा जा रहा है जो दोनो वेक्सिन की डौज
ले चुके उन पर भी असर डालसकता है। यही कारण की दक्षिणी अफ्रीका और आस – पास के 8 देश
ऐसे में दूनिया ने वहा से आवा जाही पर बैन लगाना शुरू कर दिया ।
क्या ओमिक्रॉन वेरिएंट की वेक्सिन बन चूकी है। – Has Omicron Variant Vaccine Been Made in Hindi
नय वेरिएंट ओमिक्रॉन में पूराने वेरिएंट से इतना अलग है कि बताया जा रहा है। कि जिसमें पूरानी वैक्सीन
असरदार नहीं मानी जा रही ऐसे में सवाल यह उठता है की नई वैक्सिन बनाने की नोबत आ गई उसे हम
तक पहूचने में कितना समय लगेगा । भारत में अभी तक बनी दोनो वेक्सिन में 44 हफ्ते का वक्त लगा था।
देश में बनी कोविशील्ड DNA तकनीक से बनी थी और कोवैक्सीन डिएक्टीवेटेड वायरस तकनीक से बनी है।
अगर हम MRNA तकनीक की बात करे तो इसमें डेड गुना ज्यादा समय लगता है। और देखा
जाये तो देश में वैक्सिन पहुचने में पूरा साल भी लग सकता है।
ओमिक्रॉन रोकने के लिए क्या किया जाये- What should be done to Stop it in Hindi
ओमिक्रॉन के असर को लेकर जानकारी और आकड़ो का अभाव ही है। जिससे पूरी दूनिया में भ्रम की स्थिती बनी
हुई है। हालाकी भारत ने साफ कर दिया है की हमारे पास वहीं उपाये है जो हम पहले करते आऐ है।
सोसियल डिस्टेसींग रखे
मास्क लगाऐ
भीड़- भाड़ वाले इलाको ना जाये।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के लक्षण – Characteristics of Omicron Variants in Hindi
दक्षिण अफ्रीका के मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. एंजेलिक कोएत्जी के अनुसार अफ्रीका में पाये गये ओमिक्रॉन
वेरिएंट के लक्षण निम्न प्रकार है।
हल्का बूखार
गले में खराश और सूखी खांसी
मांस पेशीयों में खिचाव
सामान्य जुखाम
जरूरत से ज्यादा थकान
सीर र्दद
जेसे लक्षण देखे गये है जहां मरीज अस्पताल में भर्ती हूऐ बगेर भी पूरी तरह से ठीक होने मे सक्षम है।
बड़ी बात है 40 और 40 से कम उम्र के लोगो में देखा गया है। जिन लोगो में संक्रमण हुआ है उनमें आधे
व्यक्तियों में वैक्सिन नही लगी है। इससे यह साबीत होता है नये वेरिएंट से डरने की नहीं सतर्क रहने की
जरूरत है। अफ्रीका के डॉ. का कहना है वैक्सिनेशन ही बड़ा बचाव है और दो गज दूरी बड़े काम कि
जीत है जो की डॉ सुशीला कटारिया का कहना है नये वेरिएंट को लेकर बहुत सी अफवाऐ भी फेली हुई
है। लेकिन यह और वेरिएंट से ज्यादा प्रभावी है।