कोरोना वायरस – Coronavirus (Covid-19) in Hindi

Coronavirus – कोरोना वायरस (कोविड-19) चीन के वुहान शहर में सी फूड मार्केट के आस -पास रहने वाले व्यक्तियों में पाया गया। जिसका पता सबसे पहले चीनी डॉ ली वेलयांग को चला जिनकी मौत भी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के दौरान Coronavirus ( Covide-19 ) के संक्रमण से ही हुइ थी।

कोरोनोवायरस की शुरुआत कैसे हुई – How did Coronavirus Start in Hindi

(कोविड 19) वुहान के समुद्री जीवीत जीवों का बहुत बड़ा बाजार है जहा पर समुद्री व जगंली जीव- जन्तुओं

को पिंजरे में रखा जाता है। जिन्हैं खाने के लिए बेचा व खरीदा जाता है। WHO ( World Health organization) विश्व

स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस वायरस के प्राथमिक स्त्रोत चंमकादड को सकते है। यह भी हो सकता है यह वायरस

किसी इंसान में आने से पहले किसी जानवर में गया होगा चीन मे जंगली जानवरो को खाना एक प्रथा बन गई है। और

इनका उपयोग दवाओं के रूप मे किया जबकी चीन को पता है दुनिया में 70 प्रतिशत नये वायरस जंगली जानवरो जंगली

जानवरों से आये। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार खतरनाख वायरस सार्स और मर्स भी चमकादडो से ही आये थे।

वो भी इनसानो में आने से पहले सिवेट केट और उटों से होकर आयेहाल ही में किये गये विशलेश के अनुसार धरती

पे रहने वाली हडड्ीधारी जीवों मे 32000 प्रजातियों में से 20 प्रतिशत प्रजातियो को अवेद रूप मे खरीदा

व बेचा जाता है। दुनिया मे जानवरो का अवेद व्यापार 20 अरब डालर का है तसकरी में चौथे नम्बर पर आता है।

वर्ल्ड वाईल्ड फन्ड फॉर नेचर (World Wide Fund for Nature) ने अपने बयान में कहा है। कि इस स्वास्थ्य संकट को एक खतरे की रूप मे लिया

जाना चाहिए ताकि संकट ग्रस्थ जानवरो को पालतु बनाने व दवाओं के नाम पर दोहन और उनके अंगो के खाध्य

पदार्थ के रूप में प्रतिबंध किया जाये

कोरोनावायरस क्या है – What is Coronavirus in Hindi

यह एक बिल्कुल ही नए तरह का वायरस कोरोना वायरस आमतौर पर जानवरों में पाए जाते हे। यह एक जीवों

की प्रजाति से दूसरी प्रजाति में जाते है। कई बार जानवरों से इसका संचार इंसानों में भी हो जाता है।

इस वायरस से ग्रसित होने पर सांस संबंधी गंभीर बीमारियां होती है। कई बार मरीजों की देखभाल करने

वाले स्वास्थ्यकर्मियों में भी संक्रमण के लक्षण हो जाते है।

कोरोनोवायरस स्ट्रेन क्या है – What is Coronavirus Strain

भारत में कोरोना वायरस 2021 में दूसरी लहर नजर आ रही है। जिसके चलते कहीं राज्यों के हालाता गम्भीर है।

यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार भारत में इस समय 1 करोड़ 30लाख से ज्यादा ( कोविड़ -19) के कैस है

भारत में कारोना वायरस के नये रूप के मामले तेजी से बड़ रहै है। ऐसे मे यह समझना जरूरी है। के पूराने कोरोना

वायरस से नया कारोना वायरस बिल्कूल अलग है। यू के का वेरियन्ट या केन वेरियन्ट B117 बाकी वेरियन्ट के मुकाबले

आसानी से फेलता है अमेरिका के सेल्स प्रेन्सेस बीएरिया में भी Double nutrain strain पाया गया है यह वहि है जो इस
वक्त भारत में फेल रहा है।पूराने ( कोविड़ 19 ) के लक्षणो में बुखार , मांसपेशियों में दर्द , सूखी और लगातार खांसी ,होना स्वाद

,और सुगंध ,का महसूस न होना प्रमुख लक्षणों में से एक था। लेकिन अब कहीं मरीज इन लक्षणों को महसूस भी कर

सकते और इस तरह अन्य लक्षण नये कारोना वायरस स्ट्रेन के कारण देखे जा रहे है। जिनमें कनजंक्टीवाइटिस , गला

खराब होना , सिर दर्द , पेट दर्द , शरीर में चक्कते ,हाथों और पैरों की उंगलियों के रंग का बदल जाना बच्चों में इन

लक्षणों का होना स्वभाविक मल्टिसिस्टम इंनफ्लामेट्री सिन्ड्रोम का संकेत हो सकता हैं। जो एक घातक कोविड़ परिणाम

हो सकता है।

कोरोनावायरस कितने प्रकार के होते हैं – How Many Types of Coronavirus are There

आमतौर पर यह ही कहा जाता है कि एक कारोना वायरस के कारण दुनिया भर में करोडो की संख्या में

संक्रमित हो चुकें हैं लैकिन अब दावा किया जा रहा है। कोरोना वायरस कुल छः प्रकार का है यह दावा

ब्रिटिश वैज्ञानिको ने किया है जो व्यापक रूप से स्तेमाल किये गये (कोविड़-19) Simtams Trekking App से डेटा का

विशलेषण कर रहै थे उन्होने यह पाया कि बिमारी के कुल छः प्रकार है। और हर एक के लक्षण एक – दूसरे से

अलग हैजिससे यह पता लगाया जाऐगा किसे कोरोना वायरस के चलते हस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है।

या नहिं कोरोना के यह छः प्रकार (कोविड़ 19 )की गभीरता को भी दर्शाते हैं। की अस्पताल में भर्ती मरीज को

ऑक्सीजन या वैन्टीलैटर की आवश्यकता है या नहीं।

कोरोनावायरस के लक्षण क्या हैं – What are The Symptoms of Coronavirus in Hindi

कोरोना वायरस के नये और पूराने लक्षणो निम्न हैं। जैसे –

पूराने लक्षण

बूखार आना – कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बुखार 100 से 101 डीग्री से ज्यादा नहीं होता हैं।

सूखी खांसी होना – खांसी सूखी चलती हैं। यह लगातार चलती रहती हे

सांस फूलना – लम्बें समय तक खांसी रहने से सांस फूलने लग जाती है।

गंध और स्वाद महसूस नहीं होना –

नये लक्षण

ब्रेन फोग ( Brain fog)- जिससे डॉ को लगता है कोरोना वायरस ब्रेन तक भी फेलता है जिससे लोगो को मेंटल कनफ्यूजन ,स्टेटस

कनफ्यूजन , और बिलकूल भी काम करने की इच्छा नहीं होती है।

कमजोरी होना

बदन दर्द होना

सिर में दर्द होना

लूज मोशन होना

पेट मे दर्द होना

आखों में इन्फेक्शन होना

यह सभी कोरोना के लक्षण हो सकते है।

कोरोना में क्या होता है। What Happens in Coronavirus in Hindi

कोरोना वायरस क्या है मैने इस लेख में बताने की पूर्ण कोशिश कि है और मुझे विशवास है कि मेरी दी गई

जानकारी से आप संतुष्ट हो सकेगें। कोरोना वायरस वायरसो का एक बहुत बड़ा ग्रुप होता है यह वायरस कुछ जानवरो

में पाये जाते है। वैज्ञानिक इन वायरसो को Zoonotic कहते है जिसका मतलब यह वायरस जानवरो से इंसानो में संचारित

होता है। जो व्यक्तियों में जुखाम से लेकर श्वास लेने तक की गम्भीर समस्या तक पेदा कर सकता है। कोरोना शब्द लेटिन

भाषा के Corona से लिया गया है जिसका मतलब है Crown मतलब सर का ताज होता यह वायरस भी इसी की तरह ही

दिखता है वैज्ञानिको का मानना है कोरोना कोई एक वायरस नहीं है यह एक वायरसो का ग्रुप है। और यह गम्भीर समस्या

पेदा कर सकता है। यहा तक जान भी जा सकती है। WHO की जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस सी फूड़ से

सम्बन्धित है। इसका कारण चमकादड़ और सांप को भी बताया जाता है। क्योंकि चमकादड़ में Sars or mers नामक

कोरोना वायरस पाये जाते है।


कोरोना वायरस लक्षण कितनी जल्दी दिखाई देते है – How soon corona virus symptoms appear in Hindi


सार्वजनिक डेटा का आंकलन करते हुए शोध करताओं ने पता लगाया कि कोरोना वायरस के लक्षण 5

दिन में दिख सकते है। वैज्ञानिक उसके संक्रमित होसे लेकर लक्षण दिखने तक के समय के बिच का पता

लगाकर इस नतिजे पर पहुचें है।एक अध्यन से यह पता चला है की 7. 5 प्रतिशत लोगो में कोरोना वायरस

Sars Cov2 जैसे लक्षण 11 दिन में दिखते है।


कोरोना के शुरूआती व सामान्य लक्षण –

कोरोना संक्रमित व्यक्ति में शुरूआती लक्षण बेहद साधारण होते है । इस दौरान व्यक्ति को बुखार आता है और थकावट

होती है साथ ही सुखी खांसी होती है। कहीं लोगो में डायरीया जैसी समस्या भी देखी गई है।


कैसे करे कोरोना वायरस की पहचान –

कोरोना वायरस के दौरान व्यक्तियों के गले में काफी दिकते आने लगती है। इस वायरस के जनेटिक पोलिमर चैन

रिऐक्शन ( Pcr) के द्वारा पहचाना जा सकता है। चैस्ट स्केनर कोरोना वायरस से संक्रमित कुछ लोगो की जॉच हुई

तो उनके फेफड़ो में कुछ स्पोट नजर आये है मेडिकल की भाषा में इसे Grown Blast कहा जा रहा है।


कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण

कोरोना से संक्रमित 25 प्रतिशत लोगो को ही आइ सी यू में भर्ती किया गया है। क्यों डाक्टरो के विशलेषण

में उनके पास 22 वर्ष से 92 वर्ष तक के संक्रमित लोगो में सबसे अधिक 55 वर्ष के थे। यह वह स्थिति है

जिसमें रोगियों के फेफडों मे पस (Flut )भर जाता है और ऑक्सिजन की कमी हो जाती हैं। जिसका असर किडनी

पर भी पड़ता है किड़नी के खराब होने के चलते व्यक्ति की मौत हो जाती है।


वर्तमान के कोरोना के लक्षण –

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों अब तक बुखार , सुखी खासी , थकावट जैसे लक्षण देखे गऐ थे लेकिन मोजूदा समय

में कोरोना वायरस पल-पल रूप बदल रहा है जिसके चलते संक्रमित व्यक्तियों मे

तीन लक्षण और भी नजर आये है। अब तक सभी लक्षणो से अलग है स्वास्थय मंत्रालय कि नई गाईड लाईन के

अनुसार संक्रमित व्यक्तियों में


खाने की वस्तुओं में स्वाद व गंध न आना


पींक आईस ( I flu)


और पेट संबधी बीमारीयों को देखा गया है।

कोरोनोवायरस आपके शरीर में कितने दिनों तक रहता है – How Many Days Coronavirus Stay in Your Body in Hindi

देश में कोरोना संक्रमण बडे़ स्तर पर है इसलिए इलाज में किसी तरह कि लापरवाही नही होनी चाहिए मरीजों के

ठीक होने के बाद भी ओब्जरवेशन में रखा जा रहा है आईऐ आपको बताते है कोरोना संक्रमण कितने दिनो में

खत्म हो रहा है । देश में कोरोना संक्रमण 9 से10 दिनों मे खत्म हो रहा है। इससे पहले अन्तराष्ट्रीय अध्यनों में

वायरस खत्म होने की अवधी 20 दिन बताई जा रहि थी । लांसेट के एक शोध में अकितम 37 दिन तक लोगों के

शरीर में वायरस को जीवित पाया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है देश् में जितनी जांच अब तक हुई है।

उनमें संक्रमण् की रिपोर्ट नेगेटिव आने का औसत 10 दिन है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा डिस्चार्ज नीति को

लेकर कहा गया है कि भारतीय आयूर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की प्रयोगशालाओं ने अपने अध्ययन में पाया है

आरटी -पीसीआर टेस्ट पॉलिटिव आने के 10 दिनों के आद देश में मरीजों की जांच नेगेटिव आ रही है। कुछ हालिया

अध्यन में बताया संक्रमण के लक्षण विकसित होने से दो दिन पहले वायरस का लोड बढ़ना शुरू हो जाता है। और 7 दिनो

के भीतर यह डाउन हो जाता है । इस तरह कुल नौ दिनों में व्यक्ति में वायरस का संक्रमण तकरीबन खत्म हो जाता है।

स्वास्थ मंत्रालय इससे बमारी फैलने का खतरा नही रहता फिर भी एहतियात के तौर पर दस दिन पूरे होने के बाद कुल

सात और दिन स्वस्थ हो चुके व्यक्ति को होम क्वारंटाइन पूरा करना है।

घर पर कोरोनोवायरस का इलाज कैसे करें – How to Treat Coronavirus at Home in Hindi

अगर देखा जाए तो कोरोना वायरस के लक्षण समय के साथ बदलते नजर आऐ है सन् 2019 के कोरोना संक्रमण

की तुलना आज के 2021 की कोरोना संक्रमण की बात करे तो यह पहले से दोगुना संक्रमण फेलाने वाले वायरस के

रूप में सामने आ रहा है और जानलेवा भी साबित हो रहा है। इस वायरस से बचने व हल्के लक्षण महसूस होने पर

ही हमारे द्वारा बताए गए निम्न उपायों का उपयोग करके आप कोरोना से आसानी से बचें रह सकते है।


भाप लेना/Steam

अजवाइन के पत्ते या पाउडर , हल्दी पाउडर , सेंघा नमक तीनों को आधा-आधा चम्मच मिलाकर पानी में

अच्छे से गर्म करे ले और इसकी भाप लें

भाप लेने का तरीका –भाप लेने का सही समय खाना खाने के 1 घंटे पहने या खाना खाने के 2 घंटे बाद भाप लेनी चाहिए ।
भाप हमेशा नाक से गहरी सांस अन्दर ले मुंह से हवा बाहर निकाले ।और मुंह से गहरी सांस लेकर नाक से बाहर निकाले

ऐसा करने से भाप पूरे फेफडों मे फल जाती है। ऐसा 5 मीनट तक तीन दिन तक 3 से 4 बार करे

काढ़ा पीएं –

यह भी आयुर्वेदिक काढ़ा है। इसे भी खाने के एक घंटे पहले या दो घंटे बाद दिन में दो 2 से 3 बार पिया जाता हैं।

बनाने का तरीका – दाल चीनी 100ग्रा, सूंठ 50ग्रा , तुलसी के पत्ते 8 , गिलोय 20ग्रा , हल्दी 30 ग्रा , अजवाइन , काली

मिर्च , लोंग 20-20 ग्रा , इनका पाउडर बना के रख ले बूखार व खासी , जुखाम हाने पर दिन में तीन बार

एक गिलास पानी में उबाले आधा रहने पर छान कर इसमें गुड़ मिलाकर पिए ।

क्षारीय पेय पदार्थ का सेवन करे

जिस फल का पि एच मान 7 से ज्यादा हो जैसे नारीयल पानी , सुबह के समय गर्म

पानी मे निंबू मिलाकर पिए , दिन के समय छाछ पिए दिन 3 -4 बार गर्म पानी पिए ठण्डा पानी ना पिए डाईट अच्छी रखें ।

आराम करें – अच्छी नींद ले रात को जल्दी सोना सुबह जल्दी उठें प्राणयाम करें

इस सभी उपायों को अपना कर आप घर पर रहकर भी कोरोनो महामारी जैसी बीमारी का इलाज कर सकते है।

कोरोना वायरस को कैसे रोके -How to stop the corona virus in Hindi

कोरोना वायरस की गाईड लाईन का पालन करें ।

सोसियल डिस्टेसिंग – सामाजिक दूरी बनाय रखे दो व्यक्तियो के बीच में 6 से 8 फिट की दूरी बनाए रखें

मास्क पहने – घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगायें ।

सेनेटराइज का उपयोग करें – हाथो को समय – समय पर सेनेटराइज करे और दिन मे 15 से 20 बार साबुन से

होथो को 20 सेंकड़ तक धोऐ।

लोकडाउन का पालन करे- बच्चों वृद्धो को बाहर ना निकलने दे आवश्यकता पडने पर ही बाहर निकलें ।

कोरोना से संक्रमित होने पर लेवन वन के समय कोरनटाईन हो जाए और हमारे द्वारा घरेलू उपायो को अपना कर

अपने आपको स्वस्थ कर सकते है।

संक्रमण की अधिकता होने पर Cmo कंन्ट्रोल रूम को सम्पर्क करें ।

कोरोनवायरस से खुद को कैसे बचाएं – How to Protect Yourself from Coronavirus in Hindi

कोरोना वायरस जैसी महामारी से स्वंय को बचाने के निम्न बातों का ध्यान रखे ।

भीड़- भाड़ वाली जगहो पर ना जाये

किसी से हाथ न मिलाएं।

खांसते व छिकते वक्त अपना मुंह रूमाल से ढके या अपनी कोहनी मुह पर लगाऐं।

साबुन से बार -बार हाथ धोये ।

कोरोना संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहें।

जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर जाऐ।

घर से बाहर जाते समय मुंह पर मास्क लगाएं

बाहर की किसी वस्तु को छूने से बचें ।

अपने हाथों से मुहं , नाक, आंख , को छूने से बचें ।

कोरोनोवायरस रोग के ठीक होने का समय क्या है – What is The Recovery Time for The Coronavirus Disease in Hindi

भारत के साथ – साथ और देशों में भी कोरोना वायरस का कोहराम मचाये हुए है जिसके चलते मेडिकल सिस्टम फेल

होता नजर आ रहा है। अगर हम बात करें की कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति कितने समय में ठीक हो सकता है।

तो यह संक्रमित व्यक्ति के संक्रमण स्तर का पता लगाकर ही बताया जा सकता है। कि यह कितने दिनो में ठिक हो

सकता है अगर कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरूआती लक्षण दिखाई देने पर ही डॉ.की सलाह से अपना इलाज करना

शुरू कर देता है और अपने आप को होम आइसोलेशन कर लेता है। तो वह 14 दिन में कोरोना वायरस जैसी महामारी

को हरा सकते है। ऐसा दुनिया भर के 90प्रतिशत कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों में देखा गया है। लेकिन 10प्रतिशत लोगों

में कोरोना के संक्रमण का पता दुसरे सप्ताह में 24 से 48 घंटो के भीतर अचानक उभर के सामने आते है। जब तक वह

अधिक संक्रमित हो जाते है। और उन्हैं सांस लेने में परेशानी होने लगती है। समय पर ऑक्सिजन व वैनटिलेटर जैसी

सुविधा की कमी के चलते अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है। डॉक्टर की जानकारीयों के अनुसार सामान्य

तौर पर क्रोरोना वायरस 14 से 17 दिन तक ही रह रहता है । केवल इन 14 से 17 दिनों के भीतर संक्रमण पर

काबू पाना ही कोरोना वायरस को हराना है।

कोविड-19 का कोई टीका, दवा या इलाज है? – What is The Medicine for Coronavirus in Hindi

31 अक्टूबर 2020 को आस्ट्रेलियन मेथमेटिसियन मेप्ट पार्कर ने यह बात सिद्ध कर दि अगर पूरी दूनिया के कोरोना

वायरस को एक जगह रखा जाऐ तो वह एक चम्मच हि रख सकते है। जिसने पूरी दूनिया में तबाही मचा रखी है।

लेकिन सवाल यह उठता है वैक्सिन कोरोना वायरस को कैसे रोक सकती है। – How a Vaccine Kills Corona Virus


कोरोना वायरस का टिका भी और टिको की तरह ही कार्य करेगा जेसे पोलियो , खसरे का टिका लगाने के लिए

इनके मृत वायरस को शरीर में पहुचाकर एन्टिबोडी तैयार करने की क्षमता उत्पन होती है। उसी तरह कोविड के टिके

से इस वायरस के मृत जीवों को शरीर में पहुचाकर भविष्य मे कोरोना संक्रमण होने पर स्वंम का शरीर

कोरोना को समाप्त करने के लिए एन्टिबोडी तैयार कर सकें । जो कोरोना वायरस को लग्ंस तक पहुचकर

संक्रमित करने में विफल करे देगा ।

दवा या इलाज –

कोरोना की दवां या इलाज की बात करे तो डॉक्टर की सलाह से होम आसोलेशन में रहकर खुद को ट्रिट कर

सकता है। कही व्यक्ति साथ ही आयुर्वेद का भी उपयोग कर रहै। लेकिन जो लोग शहरो से दूर गांवो में है उन

व्यक्तियों के पास कोई सुविधा न होने के कारण बहूत सी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है।

कोविड से निपटने के लिए


1.बुखार आने पर – पेरासेटामोल (Paracetamol- 500) हर 6 घंटे के अतंराल मे 5 दिन तक लें।

2.आइवरमेक्टीन (Ivermectin –12 ) 1 गोली रोजाना 5 दिन तक रात को खाने के 2घंटे बाद ले।

3.डॉक्सि सायक्लिन (Doxy Cyclin- 100) सुबह शाम 5 दिन तक ले ।

4.प्रेडनिसोलोन (Prednisolone- 20)रोज एक 5 दिन तक सांस की समस्या के लिए।


इन सभी दवांइया डॉक्टर द्धारा ही सुझाइ गई इनका उपयोग करके कोरोना से लाडाई मे जित सकते है।

कोरोनवायरस क्यों खतरनाक है – Why Coronavirus is Dangerous in Hindi

हमें दिखाई दे या ना दे जब कोई व्यक्ति खासता तो उसके नाक व मुंह से करीबन 3,000 ड्रोप्स ’’पानी की बूंदे ’’

बाहर निकलती है। छिकता है तो 40,000 ड्रोप्स निकलती है । हेरानी की बात यह की कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति

एक ड्रोप्स से करीबन 20 लाख कारोना वायरस हो सकते है। और यह 300 km/h से निकलते है जो एक मिटर

दूर तक जा सकते है।

इस लिए सभी को 1 मीटर की दूरी बनाये रखने को कहा जाता है।
लेकिन सवाल यह है कि क्या कोरोना वायरस हवा में फेल सकता है ?- Can The Corona Virus Tail in The air

हा फेल सकता है लेकिन स्पेशल कैस में – इसका का एक महत्वपूर्ण कारण है । क्योकि हम सब जानते है

कि हमारेचारो तरफ हवा मे (Dust particle )धूल के कण होते है । जब हम छिकते या खासते तो हमारे मुहं

और नाक से निकलने वाली बूंदे धूल के कणों पर बेठ जाते है। जो 3से4 घण्टों तक रह सकती है जब उस जगह

से कोई और व्यक्ति निकलता है। तो उस से चिपक जाते है। और जो बूंदे फर्श पर गिर जाती है जो कांच पर

96 घंटो तक , स्टील व प्लास्टिक पर 72 धंटो तक , कागज पर 24 घंटो तक रह सकता है । अगर कोई सामान्य

व्यक्ति इनके सम्पर्क में आकर अपने नाक , मुहं , आखं को छूता है तो वह भी कोरोना संक्रमित हो जाता है।

कोरोना से लोग संक्रमित कैसे होते हैं- How people get Infected with coronavirus in Hindi


हम सभी जानते हमारे शरीर में 2 लग्स ’’फेफड़े’’ होते जो एक स्वास नली Windpipe से जुडे होते है जो

आक्सिजन लेने व कार्बनडाई आक्साइड छोड़ने का कार्य करते है यह कार्य मुख्यतः फेफडो के भीतर

सेल्स मेमरेन का होता है जो करोडो की संख्या मे होते हैं। कोरोना वायरस इन्हीं सेल्स मेमरेन में घूसना चाहता है।

लेकिन सवाल यह भी है कि कोरोना वायरस लंग्स के सेल्स मे ही क्यों घूसता है ?- Why is Coronavirus Ingested in the Sales of Lungs in Hindi


क्योंकि कोरोना वायरस लंग्स तक पहुचने से पहले हाथ – पेर सिर अन्य भागो के सम्पर्क मे आने पर भी यह केवल

लंग्स पर ही अटेक करता है क्योंकि लंग्स सेल्स और कोरोना वायरस की बनावट एक जैसी होती है । इस लिए यह

लंग्स सेल्स पर ही अटेक करता है। क्योंकि कोरोना वायरस में होता है उसमे स्वंम की कोपी बनाने की

क्षमता होती है।इसी कारण कोरोना वायरस 2 से 10 दिनो के अंदर करोडो कोपी तैयार कर लेता है ।

और लंग्स सेल्स को तोड़देता है। और पूरे शरीर में फेल जाता है । यही कारण कोरोना वायरस इतनी तेजी से फेल रहा हैं ।


इम्युनिटि सिस्टम (Immunity system) यह हमारे शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इम्युनिटि सिस्टम

कोरोना वायरस से लड़ता है तो वायरस को खत्म करने के लिए शरीर का तापमान को बढ़ा देता है। जो बुखार

आने का कारण था। जब कोरोना वायरस और इम्युनिटि सिस्टम के बिच में टकराव होता है तो हमारे शरीर मे

Advanced immunity system एक्टिव हो जाता है। और कोरोना वायरस को लंग्स सेल्स मे नही घूसने नही देता

कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा 45 वर्ष के बाद की उर्म के व्यक्तियों में अधिक होती है।

क्योंकि उर्म दराज व्यक्तियों में इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होता है।


कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी क्यों होती है? -Why does a Person Infected with Coronavirus Have Trouble Breathing in Hindi


जेसाकि मेने पहले भी बताया है। कि कोरोना वायरस लंग्स सेल्स में घूसकर नये वायरस को तैयार करते है।

जिसके कारण लंग्स सेल्स टूट जाते है। इन सेल्स के टूटने पर एक पस तैयार होता है। जो लग्ंस मे

जाकर जम जाता है । जो ऑक्सिजन को हृदय तक नही पहुचने देता और कोविड से संक्रमित व्यक्ति

की मौत हो जाती है।

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