कार्डियोमायोपैथी क्या है – what is Cardiomyopathy in Hindi


कार्डियोमायोपैथी (cardiomyopathy) का वैज्ञानिक नाम ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी है जो एक जापानी नाम है। जो

ऑक्टोपस पकड़ने का एक ओजार है जिससे ऑक्टोपस पकड़ते है कार्डियोमायोपैथी एक दिल की बीमारी भी है जिसमें

दिल के अंदर वाले भाग की बनावट भी ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी जैसी हो जाती है। इस लिए इसे दिल की बीमारी

कार्डियोमायोपैथी (cardiomyopathy) कहते है।

(कार्डियोमायोपैथी) को ब्रोकन हार्ट सिन्ड्रोम क्यों कहते है – Why is it Called Broken Heart Syndrome (Cardiomyopathy) in Hindi


यह एक अचानक होने वाली स्थिती होती है। जो किसी भी कारण हो सकती है जैसे अचानक कौई दर्दनाक घटना

का पता चलना या कोई हादसा होना यह स्थिती कभी-कभी अचानक खुशखबरी मिलने पर भी हो सकती है। यह

सब अचानक से मिली किसी सुचना या हादसे के कारण हमारे हृदय के एक भाग का शिथिल (ढीला या दुर्बल )

होता है जिसके चलते हृदय का कोई एक हिस्सा बड़ा हो जाता है जिससे वह ठिक से काम नहीं करता इस स्थिती

को ही ब्रोकन हार्ट सिन्ड्रोम (Broken Heart Syndrome) कहते है।

क्या सच में दिल टूटता है – Is it Really Heart Breaking in Hindi


यह अपने आप में एक रोचक तथ्य जो आपने अकसर सुना होगा की तुमने मेरा दिल तोड़ दिया या फिल्मों

या गानों में सुना होगा क्या आपको पता है। की सच में दिल टूटता है। हा दोस्तो यह सच मे दिल टूटता जब

किसी अनहोनी के घटित होने पर अचानक दिल को ठेस पहुचना ही दिल का टूटना कहलाता जो हार्ट अटैक

तक का कारण बन जाता है। परन्तु हार्ट अटैक एक अलग बात है और दिक टूटना दूसरी घटना है इसके

लक्षण समान होते है परन्तु दिल टूटने कि स्थिती में हृदय की मांसपेसीया शितील पड़ जाती है जिससे हृदय

कमजोर हो जाता है।

(कार्डियोमायोपैथी) कमजोर दिल के लक्षण – (Cardiomyopathy) Symptoms of a Weak Heart in Hindi

कार्डियोमायोपैथी के लक्षण हमेंशा समान होते है। ऐसी अवस्था में हृदय का आकार बढ़ जाता है जिससे हृदय सहिं

तरिके से काम नहीं करता जिसके निम्न लक्षण दिल कमजोर होने पर क्या होता है।

  • सांस लेने में दिक्कत होना
  • सीने में दर्द होना
  • जी घबराना
  • अचानक बेहोश होना
  • ब्लड़ प्रेशर हाई होना
  • हाथ पैरो में सूजन आना
  • कमजोरी का अहसास होना

(कार्डियोमायोपैथी) दिल कमजोर होने के प्रकार – (Cardiomyopathy) Types of Heart Failure in Hindi

1.डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी – इस में हृदय का बायां भाग बढ़ जाता है जो की रक्त की आपूर्ती में बाधित होता है।

एसी स्थिती ज्यादातर 40 से उपर के व्यक्तियो में होती है जिससे ज्यादातर हार्ट अटैक का खतरा होता है।

2.हाइपरट्रोफिक कार्डियोमायोपैथी – यह अवस्था भी डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी के समान है। इसमें भी हृदय का बांया

हिस्सा बड़ा हो जाता है। परन्तु ज्यातर व्यक्तियों में यह अवस्था वंशानुगत होती है जिसके कारण बच्चपन में होने से बहुत

ही गंभीर हो जाता है।

3.रिस्ट्रिक्टिव कार्डियोमायोपैथी – इस अवस्था में हृदय के मांसपेशिया सख्त हो जाती है जिसके कारण हृदय की धड़कने

अव्यवस्थित हो जाती है और ऑक्सिजन की कमी के कारण सांस की समस्या उत्पन्न हो जाती है। यह समस्या अधिकतर

50 से ज्यादा उर्म के व्यक्तियों में देखी जाती है।

4.वेंट्रिकुलर डिस्पलासिआ – कार्डियोमायोपैथी के यह प्रकार बहुत कम देखा जाता है। क्योंकि वेंट्रिकुलर डिस्पलासिआ हृदय

के निचले भाग में चोट लगने पर घाव भरने पर चोट पर आई नई परत के कारण होता है। इस स्थिती में अचानक मृत्यु का

खतरा होता है।

(कार्डियोमायोपैथी) कमजोर दिल को स्वस्थ कैसे करें – (Cardiomyopathy) How to Heal a Weak Heart in Hindi

ब्लड़ प्रेशर – दिल को स्वस्थ रखने के लिए ब्लड़ प्रेशर को मेन्टेन रखना बहुत ही जरूरी है। नहीं तो L V S ( दिल का बड़ा होना ) जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है।

कोलेस्ट्रोल लेवल – इसके चलते रक्त की नलियों में फ्लेश बन जाते जो आगे जाके स्टोक या हार्ट अटैक कारण बन

जाते है।

रेगूलर डाइट – डाईट में आप कोशिश करें जिसमें हाई फाईबर कंटेन्ट ले पेकिट वाली चिजों का स्तेमाल ना करें

मेदा से बनी चिजों का उपयोग ना करें गेंहू से बनीं वस्तुऐ ,फल ,सलाद का उपयोग करें, तली हुई चिजों का

उपयोग ना करें।

व्यायाम – रनिंग करें , योगा ,प्राणायाम करें, संगीत सुने, गुन गुनाए, डान्स करें ।

वजन कम करें।

पर्याप्त नींद लें।

किसी भी दवां का उपयोग करने से पहले डॉ. की सलाह जरूर ले।

दिल की बीमार होगी या नहीं कैसे पता करें – How to know if you will be Sick of Heart or not in Hindi

अगर आपको कोई रिस्क फैक्टर नहीं है यानी आप शराब, सिगरेट तो नहीं पीते, आपको डायबटिज तो नहीं है। आपके

घर में कोई हार्ट पेशेंन्ट तो नहीं है। 25 वर्ष के बाद आप हर दो से तीने महीने में अपना बी.पी चैक करवाऐ

कोलेस्ट्रोल की जांच करवाएं जो लिपिड टैस्ट के नाम से होती है। आपको कोई रिस्क फेक्टर नहीं है तो 30 वर्ष के बाद

जांच करवाऐ

अगर आपको सीने में दांय या बांय किसी भी तरफ दर्द होता है या भारीपन लगता है सीने में बहुत ज्यादा जलन रहती है

या तोड़ा सा काम करने या सीडिया चढने पर सांस फूलता है तो तुरन्तु अपने डॉ. से मिलकर आवश्यक जांच करवाऐ।

(कार्डियोमायोपैथी) दिल की कमजोरी की जटिलताएं – (cardiomyopathy) Complications of heart weakness in Hindi

हार्ट अटैक – अगर आपको दिल की कमजोरी की समस्या है तो किसी भी वक्त हार्ट फेल की संभावना बढ़ जाती है।

वाल्व का काम ना करना – कार्डियोमायोपैथी में हृदय बड़ जाता है जिसके कारण वह सही तरीके से पम्प नहीं कर

पता और वाल्व समय पर बंद नही होते रक्त का बहाव बंद हो जाता है।

खून के थक्के बनना – एसी अवस्था में हृदय सही से पम्प नहीं करता जिसके कारण हृदय में रक्त के थक्के बनने लगते

जो रक्त वाहीकाओं से होते हुए दिमाग एंव अन्य जगह में जाने वाले रक्त में अवरूध पेदा कर देते है।

पक्षाघात – कार्डियोमायोपैथी के चलते पेरालाइसिस का खतरा बढ़ जाता है।

(कार्डियोमायोपैथी) दिल की कमजोरी में जांच – Investigations into Weakness of the Heart (Cardiomyopathy) in Hindi

  • एक्स-रे
  • ईसीजी ( इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम )
  • एम आर आई ( मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग )
  • सीटी स्कैन
  • ब्लड़ टैस्ट

(कार्डियोमायोपैथी) दिल की कमजोरी का इलाज – (Cardiomyopathy) Treatment of Weakness of the Heart in Hindi


कार्डियोमायोपैथी का इलाज करने से पहले डा. आपके जीवन के इतिहास की जानकारी लेते है और आपके लक्षणों को

देखते हुए इलाज शुरू करते है। कार्डियोमायोपैथी में लक्षण हमेशा समान रहते है परन्तु इलाज अलग – अलग तरीको

से किया जा सकता है।

दवांइया – जिन लोगो में कार्डियोमायोपैथी के लक्षण दिखाई देने लगते है उन व्यक्तियों को किसी खास इलाज की

आवश्यकता नहीं होती है। उन व्यक्तियों को बेहतर जीवन शैली की सलाह दी जाती है। सीने के दर्द सांस की समस्या

पर नियन्त्रण पा सके और ब्लड़ प्रेशर कि समस्या को समाप्त करने के लिए डॉ. सलाह से दवांओ का उपयोग कर

कार्डियोमायोपैथी को नियन्त्रण किया जा सकता है।

कैथिटर से इलाज – जब हृदय बड़ा हो जाता है या कोशिकाऐं बड़ जाती है तो रक्त नलिकाओं से कैथिटर के द्वारा

कोशिकाओं के एक छोटे हिस्से में अल्कोहॉल डालाते है या कैथिटर पर इलेक्ट्रोड से असामान्य कोशिकाओं का

समाप्त करके हृदय को सामान्य अवस्था लाकर ठिक किया जाता है।

ओपन हार्ट सर्जरी

पेसमेकर को प्रत्यारोपण – यह हृदय की धड़कनो को नियन्त्रण करने के लिए हृदय में लगाऐ जाने वाला यन्त्र है।

हृदय प्रत्यारोपण – यदि आपका हार्ट फेल होने की स्थिती हो आपके पास कोई और उपचार ना हो तो डॉ. आपको

हृदय प्रत्यारोपण की सलाह देते है यह स्थिती अंतीम प्रयास होता है।

(कार्डियोमायोपैथी) दिल की कमजोरी में योगा – (Cardiomyopathy) Yoga in the weakness of the heart


कार्डियोमायोपैथी के से बीमार व्यक्तियों को नियमित रूप से

  • भस्त्रिका
  • कपाल भाति
  • अनुलामे – विलोम
  • हाथ की छोटी अंगुली के नीचे गहरी रेखा को दबाने से भी हृदय रोग में फायदा होता है।
  • भ्रामरी व उद्गीत प्राणायाम धीरें – धीरें करने से हृदय कि हर प्रकार कि बीमारी में लाभ मिलता है।

दिल की कमजोरी के घरेलू उपाये – Home Remedies for Heart Failure in Hindi

अर्जुन की छाल – एक गिलास पानी में में अर्जुन की छाल को उबाल ले पानी आधा गिलास रहने पर दूध में मिलाकर

चाय के रूप मे पि सकते है। हृदय रोग में लाभ मिलता है।

लौकी का जूस – लौकी का छीलका हटाऐ बीना ही लौकी का जूस में तुलसी व पुदीना के 7-7 पत्ते 2-3 काली मिर्च

मिलाकर पियें हृदय रोग में लाभ होता है।

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